सिविक सेन्टर की 27वीं मंज़िल से कूदकर अपनी जान देने वाले देवेश की मौत को लेकर बड़ा खुलासा… लगातार कर रहे थे अधिकारी देवेश के साथ …

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सिविक सेंटर के इनकम टैक्स बिल्डिंग की 27 वी मंजिल से कूदकर अपनी जान देने वाले डाटा एंट्री ऑपरेटर देवेश की मौत को लेकर कई खुलासे हो रहे हैं। इनकम टैक्स विभाग सूत्रों की माने तो कुछ अधिकारियों द्वारा लगातार देवेश को प्रताड़ित किया जा रहा था जिसके बाद देवेश इतना ज्यादा टूट गया कि उसने मौत को गले लगाना सबसे बेहतर विकल्प समझा। 

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर डाटा एंट्री ऑपरेटरों की पूरी टीम ने देवेश की व्यथा को साझा करते हुए ये नोट सर्वजनीक किया है जो इस प्रकार है…

आज हमारे DEO परिवार के एक ऑपरेटर साथी ने सिविक सेंटर की बिल्डिंग की 27वीं मंजिल से कूद कर अपनी जान दे दी.. हमारे इस DEO साथी का नाम देवेश था और देवेश भाई इन्कमटैक्स बिल्डिंग जो MCD बिल्डिंग के बिलकुल बगल वाली बिल्डिंग है वहां 8वें फ्लोर पर कई वर्षो से कॉन्ट्रैक्ट पर डाटा ऑपरेटर के पद पर कार्यरत थे.. देवेश भाई गाज़ियाबाद के एक गरीब परिवार से आया करते थे.. अभी हाल ही में उनकी माता जी का देहांत हुआ था और ठीक दो महीने पहले उनकी एक सिजेरीयन बच्ची भी हुई.. घर में पिता जी हैं जो एक आँख से देख नहीं पाते और देवेश भाई अकेले ही एक छोटी सी सैलरी से घर चला रहे थे..

देवेश जी के परिवारजनों से हमारी बात हुई और उन्होंने खुल कर बताया कि देवेश भाई को उनके अफसर द्वारा रोजाना टॉर्चर किया जा रहा था..

धर्मपत्नी की डिलीवरी के समय अस्पताल में एडमिट थी उन्हें छुट्टी नहीं दी जाती थी..

अल्ट्रासॉउन्ड करवाने के लिए देवेश भाई हाफ डे मांगते थे उन्हें वो तक नहीं दिया जाता था..

हफ्ते के सातों के सातों दिन यानी शनिवार रविवार भी उन्हें दफ़्तर बुलाया जाता था..

रात को दो-दो बजे देवेश भाई घर पहुँचते थे..

हर जरह जरह बात पर नौकरी से निकाल देने की धमकी देवेश जी को दी जाती थी..

वहां के गार्ड ये बता रहे थे कि देवेश भाई कल सीढ़ियों में बैठे न जाने किस बात पर बिलक-बिलक कर रो रहे थे और आज उन्होंने खुद को ऊपर वाले के हवाले कर दिया..

हमारा पूरा डाटा ऑपरेटर परिवार इस दर्दनाक घटना से बेहद हातात हुआ है और इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग करता है.. ऐसे अफसरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाई होनी चाहिए जिनके अंदर इंसानियत मर चुकि है..

आपका दफ़्तर एक परिवार है.. आप अपने घर में भी इतना समय व्यतीत नहीं कर पाते जितना दफ़्तर में.. आपको अपने छोटे से छोटे कर्मचारी चाहे वो कॉन्ट्रैक्ट पर ही क्यों न हो उसे अपने परिवार का हिसा मानते हुए उसके साथ मानवतावादी व्यवहार रखना चाहिए.. मगर कुछ ऐसे अधिकारी न जाने क्यों बिना बात के पाप के भागिदार बन जाते हैं..

अरे जनाब आपकी रिटायरमेंट के बात आपकी अच्छी बातों के ही चर्चे होंगे और आपका स्टाफ सालों साल तक आपको याद करता रखेगा.. बस इतनी छोटी सी बात नहीं समझ आ पाती आपको..

खैर परमात्मा ऐसे अधिकारियों को सद्बुद्धि दें जो जाने अनजाने में न जाने अर्थ का अनर्थ कर बैठते हैं और देवेश भाई की पवित्र आत्मा को शान्ति प्रदान करें..

*देवेश भाई अमर रहें अमर रहें*
*?ॐ शान्ति?*

DEO परिवार

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