MCD से जुड़े इस ज़रूरी काम में जुटे आयुक्त ज्ञानेश भारती

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दिल्ली नगर निगम ने इस वर्ष डेंगू के लिए उत्तरदायी मच्छरों की रोकथाम के लिए एक व्यापक और सक्रिय योजना की तैयार की है जिसके अंतर्गत जी-20 बैठक स्थलों, स्मारकों, होटलों, शॉपिंग मॉल, प्रसिद्ध बाजारों व अन्य स्थानों जहां प्रतिनिधियों के लिए बैठकें आयोजित की जाएगी वहाँ पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

इस व्यापक योजना के अंतर्गत प्रमुख नालों में मच्छरों के लार्वा के प्रजनन को रोकने के लिए एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म यानी मानव रहित हवाई वाहन (ड्रोन) आधारित वेक्टर निगरानी और समवर्ती एंटी-लार्वा स्प्रे किया जाएगा। जैविक नियंत्रण पद्धति से मच्छरों के लार्वा के प्रजनन को रोकने के लिए लार्वाभक्षी मछलियों को जलाशयों में छोड़ा जाएगा। एनजीटी के आदेशानुसार पर्यावरण के अनुकूल तरीके और एनसीवीबीडीसीपी दिशानिर्देशों के अनुसार समय-समय पर फॉगिंग की जाएगी। विभाग द्वारा मच्छरों के लार्वा की उत्पत्ति रोकने के लिए कीटनाशकों का प्रयोग सुनिश्चित करेगा। क्षेत्रों में डेंगू की रोकथाम के लिए हितधारकों को शामिल कर एमसीडी बैठक स्थलों, होटलों, स्मारकों, पर्यटन स्थलों, शॉपिंग मॉल और प्रसिद्ध बाजारों पर विशेष ध्यान देगी। जनभागीदारी बढ़ाने के लिए अधिकारी नियमित रूप से रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों, मार्केट एसोसिएशन से संवाद करेंगे और अंतरक्षेत्रीय विभागों में जागरूकता पैदा करने के लिए समन्वय बैठकें आयोजित की जाएंगी।

इसके साथ ही मल्टीटास्किंग स्टाफ़ अग्रिम कार्यक्रम के अनुसार स्टाफ मच्छरों की उत्पत्ति का पता लगाने, रोकथाम और आम जनता के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए घर-घर जाना सुनिश्चित करेंगे। उप स्वास्थ्य अधिकारियों को वेक्टर सूचकांकों और पिछले वर्षों में रिपोर्ट किए गए मामलों के आधार पर संवेदनशील कॉलोनियों/हॉट स्पॉट की पहचान करेंगे। डीबीसी के कार्य की निगरानी सीधे सर्किल-प्रभारी द्वारा की जाएगी और कार्य रजिस्टर की कीट विज्ञानी, एएमओ, एपिडेमियोलॉजिस्ट और डीएचओ द्वारा यादृच्छिक रूप से जांच की जाएगी। यदि किसी क्षेत्र से उच्च प्रजनन सूचकांक की सूचना मिलती है, तो क्षेत्र के कीट विज्ञानी रोगवाहक आबादी के नियंत्रण के लिए मार्गदर्शन करेंगे। कीटनाशक संवेदनशीलता परीक्षण करने के लिए एंटोमोलॉजिकल लैब को चालू और मजबूत किया जाएगा। जोनल कीट विज्ञानी टीमों की कीट विज्ञानी निगरानी रिपोर्ट का विश्लेषण कीट विज्ञानी (मुख्यालय) द्वारा किया जाएगी और साप्ताहिक रिपोर्ट सभी संबंधित प्राधिकारियों को भेजी जाएगी। डेंगू और चिकनगुनिया के वायरस का पता लगाने के लिए सभी क्षेत्रों के जोनल एंटोमोलॉजिस्ट एनआईएमआर को मच्छरों के जीवित नमूने भेजेंगे।

दिल्ली नगर निगम के आयुक्त  ज्ञानेश भारती ने कहा कि डेंगू के लिए उत्तरदायी मच्छरों की रोकथाम के लिए हमारी कार्ययोजना पूरे शहर को ध्यान में रखकर बनाई गई है और जी-20 शिखर सम्मेलन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इस वर्ष एमसीडी अधिक गहन नियंत्रण उपायों के माध्यम से उच्च सफलता दर सुनिश्चित करेगी। इससे हमें आने वाले सालों में भी फायदा होगा।

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