MCD : 2012 के आर्डर में छुपा है MTS की डिमांड का सारा राज़

बजाते रहो भारत न्यूज़, नई दिल्ली

श्रावणी मिश्रा भूपति

दिल्ली नगर निगम के पब्लिक हेल्थ विभाग के एमटीएस कर्मचारियों की मांगों का सारा राज 2012 के एक आर्डर में छुपा है।

जानकारी हो कि दिल्ली नगर निगम के पब्लिक हेल्थ विभाग में कुल 5 000 स्टाफ एमटीएस की पोस्ट पर लगे हुए हैं जिनमें से लगभग 3000 ऐसे कर्मचारी हैं जो डिमांड कर रहे हैं कि 2012 के ऑर्डर को उनके लिए भी लागू किया जाए जो 252 कर्मचारियों के लिए 2012 में किया गया था।

इन सभी 3000 कर्मचारियों में 2800 डीबीसी कर्मचारी है और 2200 CFW है। इन सभी कर्मचारियों का नाम बदलकर अब इन्हें MTS नाम दे दिया गया है जो कि एक SANCTIONED POST है।

मालूम हो की 2012 में दिल्ली नगर निगम ने एक आदेश जारी किया था जिसमें यह कहा गया था कि जितने भी कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे कर्मचारी हैं उन्हें Minimum grade pay के साथ Variable DA दी जाए। 

उस वक्त दिल्ली नगर निगम तीन फाड़ में विभाजित था। नॉर्थ एमसीडी पब्लिक हेल्थ विभाग ने अपने 252 CFW कर्मचारियों के हक में इस आदेश को तुरंत कार्यान्वित करवाया।

जिसके बाद सभी 252 CFW को बढ़कर तनख्वाह मिलने लगी जो आजतक तकरीबन 27000 से ऊपर बनकर मिल रही है।

उसवक्त के DBC जो आज MTS है वे इस ऑर्डर का लाभ इसलिए नहीं उठा पाए क्योंकि उनके पास कोई sanctioned पोस्ट नहीं थी। साथ ही उसवक्त साउथ MCD में लगे लगभग 1200 CFW भी इस लाभ से वंचित रह गए थे ।

2023 में जब DBC का नाम स्थाई करते हुए उन्हें MTS बनाया गया तो DBC और CFW दोनों ही MTS की श्रेणी में आ गए। DBC और CFW की अभी मौजूद संख्या लगभग 5000 के करीब है जिनमे से 3000 MTS ये मांग कर रहे है कि 2012 का आर्डर उनके लिए भी लागू किया जाए ताकि सभी की तनख्वाह सामान्य हो। 

निगम सूत्रों से जानकारी मिली है कि दिल्ली नगर निगम के पब्लिक हेल्थ विभाग के MTS को  6 तरह की सैलरी दी जा राशि है जो लगभग 17000 ,19000 ,20000, 22000 ,24000 और 27000 है। जिसे MTS चाहते है कि ये एक सामान्य हो।

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