बजाते रहो भारत न्यूज़
नई दिल्ली
लगातार अपनी पीठ थपथपाने वाली एमसीडी को लेकर एक बड़ा चौकानें वाला खुलासा सामने आया है। दिल्ली नगर निगम के हेल्थ विभाग की लचर व्यवस्था से दिल्ली की जनता हो रही है आहत।
जानकारी हो कि दिल्ली नगर निगम के तहत पूरी दिल्ली में कुल 33 यूनानी डिस्पेंसरी है।लेकिन ताज्जुब की बात ये है कि इन्हें चलाने वाले डॉक्टर्स की संख्या केवल 17 रह गई है।ऐसा इसलिए क्योंकि बीते 35 साल से इस पद के लिए न तो कोई वेकेंसी निकाली गई और न ही कोई बहाली हुई।
मौजूदा समय मे एमसीडी यूनानी विभाग में 100 के लगभग स्टॉफ है जिनकी संख्या बेहद कम है।वहीं डिस्पेंसरियों की बात करें तो हर डिस्पेंसरी में कम से कम 4 स्टॉफ होने चाहिए लेकिन वे भी नदारथ दिखाई देते हैं।
यहीं नहीं जानकारी ये भी मिल रही है कि इस विभाग में पर्याप्त दवाइया भी नहीं है। विभाग के प्रभावित स्टॉफ का कहना है कि लगातार इस विभाग के साथ सौतेला व्यवहार अपनाया जा रहा है।क्योंकि जहां बाकी विभागों के स्टॉफ को समय से तनख्वाह दे दी जाती है तो वहीं यूनानी विभाग के स्टॉफ को 2 महीने की देरी से दी जाती है।
यहां ये सवाल उठना लाजमी हो जाता है कि जिस अधिकारी को विभाग की ज़िम्मेदारी सौपीं गई है वो इसे पूरा करने में असफल हो रहा है।