MCD बड़ी खबर : ढाई साल में पहलीबार भरी सदन में निगम कर्मचारियों के नाम कटा ऐसा बवाल कि मेयर को कहना पड़ा…

बजाते रहो भारत

10 जुलाई, नई दिल्ली

दिल्ली नगर निगम की सदन में आज निगम  कर्मचारियों को लेकर खूब कटा बवाल। असल में आज शॉर्ट नोटिस में चर्चा होनी थी जिसमें मुद्दा नाली की सफाई और कावड़ यात्रा से जुड़ा था लेकिन जैसे ही सदन में महापौर राजा इकबाल की एंट्री हुई वैसे ही विपक्ष के नेता अंकुश नारंग ने 12000 निगम कर्मचारियों के पक्के होने का मुद्दा उठा दिया।

कुछ ही देर बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया जिसे देखते हुए महापौर ने कुछ देर के लिए सदन को स्थगित कर दिया।

कुछ मिनट के बाद जब सदन दोबारा से शुरू हुआ तो फिर से विपक्ष के नेताओं ने 12000 कर्मचारियों का मुद्दा जोर-शोर से उठा दिया जो हंगामें में तब्दील हो गया।जिसे देखते हुए महापौर ने नेेेता सदन प्रवेश वाही को प्रस्ताव पढ़ने का आदेश दिया और उसके बाद सदन को अगली कार्रवाई तक के लिए स्थगित कर दिया

हंगामा के वक्त विपक्ष के नेता अंकुश नारंग ने आयुक्त अश्विनी कुमार को भी संबोधित करते हुए कर्मचारी के पक्के होने की मांग सदन की सभा में रखी।

सदन स्थगित होने के बाद इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी के मुखिया मुकेश गोयल ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि नेता विपक्ष कर्मचारियों को बरगलाने का काम कर रहे हैं। यदि उन्हें कर्मचारियों की चिंता होती तो यह काम तब भी हो सकता था जब ढाई साल निगम में आम आदमी पार्टी की सरकार थी।

दिल्ली नगर निगम के महापौर राजा इकबाल ने इस पूरे मामले पर प्रेस वार्ता की और अपनी बात रखते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी जब ढाई साल निगम में थी उस वक्त कर्मचारियों के लिए कुछ नहीं किया। लेकिन जब उनकी सरकार निगम से जाने वाली थी तो अचानक ही कर्मचारियों को बरगलाना शुरू कर दिया और 12000 कर्मचारियों का एक प्राइवेट प्रस्ताव लेकर आ गए जिसका कोई महत्व नहीं।

इस पूरे प्रकरण के समय यह देखने को मिला कि पूर्व नेता विपक्ष राकेश कुमार की पत्नी व मौजूदा पार्षद किरण बाला 12000 कर्मचारी को पक्का करो नाम से बैनर लेकर लगातार खड़ी रहीं। बता दे कि निगम कर्मचारियों के पक्के होने के मुद्दे को लगातार राकेश कुमार उठते रहते हैं।

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