MCD: कई महीनों से निगमकर्मी अपनी सैलरी व पेंशन के लिए परेशान लेकिन बीजेपी शासित निगम अभी भी फंड को लेकर दिल्ली सरकार के भरोसे..

उत्तरी दिल्ली नगर निगम व पूर्वी दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी और पेंशनधारी कई महीने से इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि कब उनकी सैलरी व पेंशन उनके खाते में जाएगी। जहां तक उत्तरी दिल्ली नगर निगम की बात है तो कर्मचारियों को बीते 4 महीने से सैलरी नहीं मिली तो वही पेंशनधारियों को आखरी पेंशन जनवरी माह में ही मिली थी।

उधर पूर्वी दिल्ली नगर निगम के कर्मचारियों का हाल इससे भी ज्यादा खराब है क्योंकि वहां के स्टाफ को सैलरी मिले 7 महीने हो चुके हैं तो वही पेंशनधारियों को तो लगभग 9 महीने हो गए बगैर पेंशन के। इस भीषण समस्या को लेकर अभी कुछ ही दिनों पहले ईडीएमसी के हज़ारों स्टाफ ने मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन व राजघाट पर कैंडल मार्च भी निकाला था।

     

इतना होने के बावजूद एमसीडी शासन व प्रशासन का सैलरी व पेंशन को लेकर रवैया ढीला बना हुआ है ।निगमकर्मियों का कहना था कि सभी स्टाफ को मरने के लिए छोड़ दिया गया है। निगम प्रशासन व शासन गहरी नींद में सो रहा है।  निगमकर्मियों के मुताबिक जिस वक्त एकीकरण की घोषणा हुई थी उस वक्त इस बात पर भी भाजपा नेताओं ने जोर दिया था कि अब सैलरी व पेंशन की दिक्कत दूर हो गई है। लेकिन जिस दिन यह घोषणा हुई उसके बाद से ही सैलरी व पेंशन की समस्या पहले से भी ज्यादा विकराल हो गई।

निगमकर्मियों के मुताबिक इससे पहले जब सैलरी पेंशन नहीं मिलती थी तो किसी तरह से भी फंड जुटाकर कर्मचारियों की सैलरी व पेंशन दे दी जाती थी। लेकिन अब हाल ऐसा है कि किसी भी नेता को कर्मचारियों के दर्द से कोई लेना देना नहीं। यही वजह है कि अभीतक शासन व प्रशासन की ओर से निगमकर्मियों को सैलरी व पेंशन से संबंधित कोई खुशखबरी नहीं मिली है।

उधर उत्तरी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त संजय गोयल की बात करें तो बजाते रहो न्यूज़ द्वारा सैलरी व पेंशन से जुड़े सवाल पर आयुक्त ने यही जवाब दिया कि फिलहाल इंतजार है दिल्ली सरकार की ओर से फंड आने का। उनके मुताबिक फंड आने के बाद ही सैलरी देने में निगम सक्षम हो पाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आने वाले तीन से चार दिनों में दिल्ली सरकार द्वारा फंड निगम को भेज दिया जाएगा। आयुक्त के इस बयान को 5 दिन बीत गए हैं लेकिन अभीतक समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है।

उधर भाजपा नेताओं की बात करें तो उनका यही कहना है कि दिल्ली सरकार से जो फंड आने हैं फंड अभी तक दिल्ली सरकार ने जारी नहीं किए उनके मुताबिक पहली तिमाही का पैसा जो अप्रैल महीने मैं आ जाना चाहिए था वह अभी तक दिल्ली सरकार ने जानबूझकर रोका हुआ है।