MCD: केजरीवाल की पार्टी स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी निगम संपत्तियों को बेच रही है : नेता विपक्ष

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दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष व पूर्व महापौर  राजा इक़बाल सिंह ने आज आम आदमी पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली सरकार के बाद अब दिल्ली नगर निगम में भी अपनी भ्रष्टाचारी नीतियां लागू करना चाहती है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के पार्षद  योगेश वर्मा,  शिखा राय,  संदीप कपूर व  पी एस पवार उपस्थित थे।

राजा इक़बाल सिंह ने बताया कि अपनी इन भ्रष्टाचारी नीतियों को छुपाने के लिए आम आदमी पार्टी समय पर निगम पार्षदों को एजेंडे की प्रतियां उपलब्ध नहीं करवाती है ताकि निगम पार्षद समय पर एजेंडा को न पढ़ सके और आम आदमी पार्टी अपनी भ्रष्टाचारी नीतियों को चुपचाप लागू करवा सकें। उन्होंने बताया कि इस बार सदन की बैठक का एजेंडा आम आदमी पार्टी की भ्रष्टाचारी नीतियों पर आधारित है जिसमें ये लोग निगम की स्वास्थ्य इकाइयों/ संपत्तियों को बेचकर भ्रष्टाचार करना चाहते हैं व नागरिकों को मुफ़्त स्वास्थ्य सेवाएँ देने की जगह उनसे शुल्क वसूलने की तैयारी में हैं।

 राजा इक़बाल सिंह ने बताया कि आम आदमी पार्टी दिल्ली नगर निगम की 60 डिस्पेंसरियां को प्राइवेट लैब संचालकों को देने के लिए सदन की बैठक में प्रस्ताव लेकर आ रही है। इस प्रस्ताव के अंतर्गत आम आदमी पार्टी इन सात डिस्पेंसरियां का संचालक पाँच वर्षों के लिए निजी हाथों में देने की तैयारी में है। आम आदमी पार्टी अब नागरिकों को मुफ़्त स्वास्थ्य सेवाएँ देने की जगह नागरिकों से शुल्क वसूलने की तैयारी में है इसके साथ ही निगम सम्पत्तियों को बेचकर आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार कर रही है। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी निगम डिस्पेंसरियां को निजी हाथों में देने के साथ साथ बालक राम अस्पताल का संचालन भी पाँच वर्षों के लिए एनजीओ को देने की तैयारी में हैं। उन्होंने बताया कि भवन निगम का, बिजली का बिल भी निगम द्वारा भरा जाएगा, अन्य सुविधाएँ भी निगम की फिर भी आम आदमी पार्टी निगम द्वारा अस्पताल संचालन नहीं करना चाहती है व फ़्री ओपीडी के नाम पर बालक राम अस्पताल के नव निर्मित भवन को निजी हाथों में देने की तैयारी में है। उन्होंने बताया कि एक तरफ़ आम आदमी पार्टी दिल्ली सरकार में मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर नागरिकों को फ़्री स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध करवाने का दावा करती है वहीं इसकी दूसरी तरफ़ आम आदमी पार्टी निगम की स्वास्थ्य सेवाओं को निजी हाथों में देकर नागरिकों से शुल्क वसूलने की तैयारी में है। आम आदमी पार्टी नागरिकों के साथ दोहरी राजनीति कर रही है। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम का कुल बजट 93,000 करोड़ रुपये हैं उसके बाद भी आम आदमी पार्टी निगम अस्पताल के संचालन के लिए डॉक्टर्स उपलब्ध नहीं करवा रही है।

 राजा इक़बाल सिंह ने बताया कि गत सदन की बैठक में विपक्ष के विरोध के बाद आम आदमी पार्टी ने दो प्रस्ताव निरस्त कर दिए थे इस बार फिर आम आदमी पार्टी के उन्हीं दो प्रस्तावों को सदन की बैठक में लेके आ रही है। इन दोनों प्रस्तावों में पहला प्रस्ताव भवन प्लान की मंज़ूरी के समय प्रतिपूरक/ नियामक प्रभारों का उद्ग्रहण से संबंधित है वहीं दूसरा प्रस्ताव निजी विद्यालयों को बिना सहायता मान्यता प्रदान करने की प्रक्रियाओं को व्यवस्थित करने के संबंध में है। उन्होंने बताया कि पहले प्रस्ताव में नागरिकों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा जिसका विरोध भारतीय जनता पार्टी ने पिछले सदन की बैठक में किया था वहीं दूसरा प्रस्ताव भ्रष्टाचारी नीतियों पर आधारित है।

 राजा इक़बाल सिंह ने बताया कि आम आदमी पार्टी दिल्ली नगर निगम में कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर इससे संबंधित प्रस्ताव को सदन में बार बार लगातार नए भ्रष्टाचार को जन्म दे रही है। उन्होंने बताया कि हर बार आम आदमी पार्टी डाटा एन्ट्री ऑपरेटर्स का कॉन्ट्रैक्ट मात्र 45 दिनों के लिए बढ़ाती है। उन्होंने बताया कि डाटा एंट्री ऑपरेटर उसका कॉन्ट्रैक्ट एक साल के लिए बढ़ाया जा सकता है मगर आम आदमी पार्टी इसमें भी भ्रष्टाचार करने में लगी हुई है इसलिए बार बार कॉन्ट्रैक्ट को मात्र 45 दिनों के लिए ही बढ़ाया जाता है। उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी आम आदमी पार्टी की भ्रष्टाचारी नीतियों को दिल्ली नगर निगम में लागू नहीं होने देगी व इनका सदन में पुरज़ोर विरोध करेगी। इसके साथ ही नागरिकों तक इस बात को पहुंचाया जाएगा कि किस तरह आम आदमी पार्टी अपनी भ्रष्टाचारी नीतियों को लागू करके भ्रष्टाचार फैला रही है व नागरिकों पर शुल्क का अतिरिक्त बोझ डाल रही है।

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