MCD के इस विभाग की कार्यशैली को लेकर मेयर शैली ओबरॉय ने …

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*नई दिल्ली, 06 जून, 2023*

दिल्ली नगर निगम मुख्यालय में आज मंगलवार को मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। इसमें दिल्लीवासियों को डेंगू-मलेरिया-चिकनगुनिया, हेल्थ लाइसेंस आदि वेक्टर बोर्न डिजीज से बचाने को लेकर समीक्षा की गई।

इस दौरान मेयर ने अधिकारियों से स्टाफ, उपकरण और उनकी कार्यप्रणाली को लेकर जानकारी मांगी। मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने निर्देश देते हुए कहा कि सभी जोन में प्रमुखता के साथ हॉट स्पॉट चिन्हित किए जाएं, जहां पर ब्रीडिंग होती है। इसके लिए पिछले साल के मामलों का विश्लेषण किया जाए। जिन क्षेत्रों से डेंगू-मलेरिया के ज्यादा मामले आते, वहां पर डीबीसी कर्मचारी ज्यादा सतर्कता के साथ काम करें। जोन में वीकली जोनल मीटिंग की जाए। इसमें वेक्टर बोर्न डिजीज की रोकथाम के लिए जा रहे कार्यों की समीक्षा की जाए।

उन्होंने कहा कि घरों में लार्वा की जांच के समय डीबीसी वर्कर्स को काफी दिक्कत होती है। यदि किसी क्षेत्र विशेष में घरों में लार्वा की जांच करते समय कोई दिक्कत आती है तो स्थानीय जनप्रतिनिधि का सहयोग ले सकते हैं। वहीं कंस्ट्रक्शन साइट पर अक्सर निर्माण कार्यों के कारण पानी भर जाता है। ऐसे में निर्माणाधीन साइटों की जांच भी प्रमुखता के साथ की जाए।

मेयर ने कहा कि वेक्टर बॉर्न डिजीज को लेकर स्कूलों में अध्यापकों की ट्रेनिंग कराई जाए, ताकि वह कक्षाओं में छात्रों को जागरुक कर सकें। मलेरिया माह में वार्ड स्तर पर जागरुकता कार्यक्रम किए जाएंगे। पार्षदों के जरिए प्रत्येक वार्ड में आरडब्ल्यूए के साथ बैठक कराई जाएंगी। वेक्टर बोर्न डिजीज पर रोकथाम के लिए टास्क फोर्स भी बनाई जाएगी।

उन्होंने कहा कि एमसीडी के पास एक विशाल हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर है। जिसका बेहतर उपयोग नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में निगम की ‘आप’ सरकार के लिए स्वास्थ्य प्राथमिकता है। हम एमसीडी हेल्थकेयर सुविधाओं को विश्वस्तरीय बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उन्होंने कहा कि रेस्टोरेंट, होटल, ढाबे आदि से संबंधित लाइसेंस प्रक्रिया में भी पारदर्शिता बरती जाए। इसके लिए जोन वाइज सर्वे किया जाए। इससे पता चल सकेगा कि कितने रेस्टोरेंट, होटल, ढाबे आदि ने लाइसेंस नहीं लिया है। इनके लाइसेंस जारी करने के लिए वार्ड स्तर पर कैंप लगाए जाएंगे।

एमएचओ डॉ लल्लन वर्मा ने कहा कि मई-जून में बारिश होने से वेक्टर बोर्न डिजीज का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में डीबीसी कर्मचारियों की ट्रेनिंग देकर घर-घर जाकर लार्वा की जांच का काम शुरू हो चुका है। इसके अलावा मशीनों की मरम्मत करा ली गई है। वेक्टर बोर्न डिजीज की रोकथाम के लिए पूरी सतर्कता के साथ कार्य कर रहे हैं।

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