आप’ की सरकार दिल्ली में महिलाओं को सुरक्षा देने के साथ आगे बढ़ने के लिए समान अवसर दे रही- अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर दिल्ली महिला आयोग की तरफ से आयोजित सम्मान समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया और कहा कि हमारी सरकार दिल्ली में महिलाओं को सुरक्षा देने के साथ ही उन्हें आगे बढ़ने के लिए समान अवसर दे रही है। हम लोग दिल्ली महिला आयोग को सशक्त कर रहे हैं, ताकि महिलाओं की सुरक्षा कर सके। आज दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली की हर महिला के अंदर सुरक्षा की भावना पैदा की है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज पूरे देश में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के अंदर सबसे ज्यादा सीसीटीवी कैमरे दिल्ली में लगे हैं। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था शानदार होने से गरीब घरों की बच्चियों को अच्छी शिक्षा मिल रही है। आम परिवारों की छोटी-छोटी बच्चियां आत्मविश्वास के साथ बात करने लगी हैं और हम यही अवसर देने की कोशिश कर रहे हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट कर कहा, ‘‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मैं सम्पूर्ण नारी शक्ति को नमन करता हूं। एक बेहतर समाज के निर्माण में महिला शक्ति का समर्पण और योगदान हमेशा हम सबको गौरवांवित करता है।’’

*दिल्ली महिला आयोग की चेयरमैन स्वाति मालीवाल दिल्ली की लेडी सिंघम हैं- अरविंद केजरीवाल*

दिल्ली महिला आयोग ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर वार्षिक पुरस्कार सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस समारोह के मुख्य अतिथि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रहे। समारोह में अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान कनाडा के हाई कमिश्नर कैमरान मैके, दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, मंत्री गोपाल राय, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की सभी को बधाई देते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आप लोगों ने इतना अच्छा और बहादूरी वाला काम समाज व देश के लिए किया, जिस पर हम सभी लोगों को बहुत गर्व है। आप लोगों से मिलकर हम सबको बहुत उर्जा मिली है, जिसे हम बयां नहीं कर सकते हैं। दिल्ली महिला आयोग को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली महिला आयोग को अपने आप को बहुत ही जीवंत बनाया है। हमारी सरकार बनने से पहले जो दिल्ली महिला आयोग था, उसने 8-9 साल में एक केस सुना था। जबकि मौजूदा दिल्ली महिला आयोग ने पांच साल में सवा लाख केस सुना है। पहले की सरकारों में किसी आयोग का चेयरमैन राजनीतिक स्तर पर बना दिए जाते थे। हम लोगों ने अपने सिस्टम में सबसे बेहतर स्वाति मालीवाल को दिल्ली महिला आयोग का चेयरमैन बनाया। आज दिल्ली महिला आयोग एक तरह से पूरे देश के लिए एक मिशाल बन गई है। महिला आयोग कैसे चलना चाहिए, यह आप स्वाति मालीवाल से सीख सकते हैं। मैं यह भी कहना चाहूंगा कि राष्ट्रीय महिला आयोग को भी सीखना चाहिए कि महिला आयोग कैसे चलता है। आज दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली में एक सबसे बड़ी चीज यह की है कि दिल्ली की हर महिला के अंदर सुरक्षा की एक भावना पैदा की है। दिल्ली की महिलाओं को यह लगता है कि अगर मुझे कहीं कुछ हुआ तो मैं 181 पर फोन कर लूंगी। 181 एक ऐसी फोन लाइन बन गई है कि किसी के घर में पति या बेटे ने कुछ कर दिया, आग लग गई, किसी के साथ अन्याय हो गया, रेप या किसी भी तरह की कोई समस्या है, तो सिर्फ एक ही शर्त है कि वो महिला होनी चाहिए। अगर वह महिला है, तो 181 पर कॉल करो और स्वाति मालीवाल वहां पहुंच जाएंगी। दिल्ली महिला आयोग की चेयरमैन स्वाति मालीवाल दिल्ली की लेडी सिंघम हैं। जहां पर नकली शराब बेची जाती है, वहां पर बड़े-बड़े तीसमार खां जाने से घबराते हैं कि कहीं कुछ हो न जाएं, लेकिन स्वाति मालीवाल वहां पहुंच जाती हैं। ऐसा कौन करता है। इसके लिए एक तो जिगर चाहिए और दूसरा भावना चाहिए कि मुझे देश और महिलाओं के लिए कुछ करना है। जब भावना होती है, तभी हिम्मत निकलती है। हिम्मत बाजुओं में नहीं होती है, हिम्मत दिल में होती है।

*हमने स्ट्रीट लाइट्स लगाकर डार्क स्पॉट खत्म किए और बसों में मार्शल लगाए- अरविंद केजरीवाल*

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने दिल्ली में महिलाओं के लिए दो काम किए हैं। पहला, महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए जो भी हो सकता है, हम कर रहे हैं। दूसरा, महिलाओं को अवसर देने के लिए काम किए हैं। महिलाएं यह नहीं कहती हैं कि हमारे लिए कुछ विशेष करो, बल्कि महिलाएं यह कहती हैं कि हमें बराबरी का अधिकार दो। हमें बराबरी का अधिकार देकर देखो, हम पुरुषों को पीछे छोड़ देंगे। सुरक्षा के लिए हम लोगों ने कई सारे कदम उठाए। सबसे बड़ा कदम तो हम लोगों ने दिल्ली महिला आयोग को पूरी तरह से सशक्त कर रहे हैं, ताकि दिल्ली महिला आयोग महिलाओं की सुरक्षा कर सके। दूसरा, दिल्ली के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। आज यह जानकर ताज्जुब होगी कि पूरे देश में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के अंदर सबसे ज्यादा सीसीटीवी कैमरे दिल्ली में लगे हैं। यह मैं नहीं कह रहा हूं, बल्कि यह एक अंतर्राष्ट्रीय मैगजिन में छपा था। प्रति वर्ग किलोमीटर में न्यूयार्क, टोक्यो, पेरिस और लंदन से भी ज्यादा सीसीटीवी कैमरे दिल्ली में लगे हैं और यह मात्र तीन-चार सालों के अंदर हुआ है। इससे गलत काम करने वालों को डर लगता है कि अगर हम कोई गलत काम करेंगे तो पकड़े जाएंगे। हमने पूरी दिल्ली में जगह-जगह स्ट्रीट लाइट्स लगवाई है। हमारा मकसद है कि जितने भी डार्क स्पॉट्स है, वहां पर अपराधियों को गलत काम करने का मौका मिलता है। इसलिए हमने डार्क स्पॉट्स को खत्म किया। बसों में हमनें मार्शल नियुक्त किए हैं। बस में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ होती है, उनके साथ गलत होता है, कई बच्चे भाग रहे होते हैं, इतने सारे मार्शल की कहानियां हैं कि किस तरह से उन्होंने महिलाओं की रक्षा की और बच्चों को बचाकर उनको घर तक पहुंचाया।

*महिलाओं की सशक्तिकरण का सबसे बड़ा माध्यम शिक्षा है- अरविंद केजरीवाल*

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक तरह हम महिलाओं को सरुक्षा दे रहे हैं और दूसरी तरह हम महिलाओं को अवसर देने की कोशिश कर रहे हैं। सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि हर साल जब 10वीं और 12वीं के नतीजे आते हैं या कोई भी बोर्ड या प्रवेश परीक्षा के परिणाम आते हैं, तो सबसे उपर लिखा होता है कि महिलाओं व लड़कियों ने मारी बाजी। हर साल लड़कियां बाजी मारती हैं। अगर बराबरी का अवसर मिले, तो लड़कियां हर चीज में बाजी मार कर ले जाएंगी। पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों का बुरा हाल था। जैसे देश के बाकी हिस्सों में है। गरीब आदमी के घर में खाने को नहीं होता है। जब उसे एक लड़का और एक लड़की की शिक्षा देने का निर्णय लेना होता है, तो वो सोचना है कि मैं अपना पेट काट कर किसी तरह से लड़के को पढ़ा दूं और लड़की को मां के साथ घर के काम में लगने को कहते हैं। महिलाओं की सशक्तिकरण का सबसे बड़ा माध्यम शिक्षा है। अगर हम लड़कियों को पढ़ा दें, तो आधा से ज्यादा सशक्तिकरण तो वहीं हो जाता है। आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था शानदार होने का सबसे बड़ा नतीजा यह है कि गरीब घरों की बच्चियों को अच्छी शिक्षा मिलने लगी है।

*हम सरकारी स्कूलों के बच्चों में ‘नौकरी ढूंढने वाला नहीं, नौकरी देने वाला बनना है’ की भावना कूट-कूट कर भर रहे- अरविंद केजरीवाल*

सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि ग्रैजुएशन करने के बाद हमारे बच्चे नौकरी तलाशते फिरते हैं। बीए, बीकॉम, एमए और पीएचडी करके नौकरी तलाश रहे हैं, लेकिन नौकरी नहीं मिल रही है। हमने 11वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों के लिए बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम शुरू किया है। इसमें हम बच्चों को यह कह रहे हैं कि हमें नौकरी ढूढने वाला नहीं, नौकरी देने वाला बनना है। हमें बिजनेस करना है, बिजनेस करना सीखना है। दिल्ली के सरकारी स्कूलों के अंदर बच्चों के अंदर यह भावना कूट-कूट कर भरी जा रही है और उनको प्रेरित किया जा रहा है। बच्चों को कहा जाता है कि आप सोचा कि क्या बिजनेस करना चाहते हो। कोई बिजनेस आइडिया लेकर आओ। हर बच्चे को हम दो-दो हजार रुपए देते हैं। फिर कई बच्चे इकट्ठे हो सकते हैं। मसलन पांच बच्चे इकट्ठे हुए तो 10 हजार रुपए हो गए। 10 बच्चे इकट्ठे हुए तो उनके 20 हजार रुपए हुए। यह बच्चे अपनी टीम बनाते हैं। इसके बाद बिजनेस आइडिया सोचते हैं कि हम यह बिजनेस करेंगे और वास्तव में वे बिजनेस करना शुरू करते हैं। इन बच्चों ने दो-दो हजार रुपए से बिजनेस आइडिया किया। इन्होंने बिजनेस शुरू कर माल बेचा और पैसे कमाए। इसके बाद जो भी सबसे अच्छा बिजनेस आइडिया थे, उनको देश के बड़े-बड़े लोगों के सामने प्रस्तुत किया गया। इन्होंने उनसे और इनवेंस्टमेंट मांगा और योगिता की टीम को 50 लाख रुपए का इनवेस्टमेंट मिला है। यह सशक्तिकरण है। अगर आम परिवार की छोटी-छोटी बच्चियां इतने आत्म विश्वास के साथ बात करने और सोचने लगेंगी, तो यही तो अवसर है और यही अवसर हम देने की कोशिश कर रहे हैं।

*दिल्ली में बसों का किराया फ्री होने से अब बच्चियां स्कूल आ-जा सकती हैं- अरविंद केजरीवाल*

सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि हमने बसों में महिलाओं की टिकट फ्री कर दी। उस समय काफी आलोचना हुई थी कि केजरीवाल तो सबकुछ फ्री कर रहा है। लेकिन बहुत सारी महिलाएं हैं, तो बहुत ही गरीब घर से आती हैं। फल बेचती हैं, उसके पास पैसे नहीं हैं। वह जितना पैसा कमाती नहीं है, उससे ज्यादा बस के किराए में खर्च कर देती थी। लेकिन अब जब बस का किराया फ्री हो गया है, तो वह कहीं दूर जाकर फल बेच सकती है। मैं एक जगह गया था, वहां एक बच्ची मिली। उसने बताया कि मेरा एडमिशन तो हो गया है, लेकिन आने-जाने के पैसे नहीं है। अब बस का किराया फ्री होने से वह स्कूल आ-जा सकती है। उसको शिक्षा मिल सकती है।

*सभी बसों में मार्शल होने से महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं- कैलाश गहलोत*

वहीं, दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली में आज सार्वजनिक बसों की संख्या 7 हजार के आंकड़े को पार कर गई है। हर बस में मार्शल हैं। इसलिए हमारी बहन-बेटियां आज बसों में सफर के दौरान खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं। सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से बसों की स्थिति लाइव देखी जा सकती है। जीपीएस के जरिए पुलिस और इंफोर्सटमेंट टीम बस की लोकेशन को देख सकते हैं और किसी भी घटना की सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचने में सक्षम हैं। जब भी कभी हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा की बात आई, तब हमारी सरकार कड़ा कदम उठाने से पीछे नहीं रही। पूरी दुनिया में पहली बार है कि दिल्ली सरकार महिलाओं का सार्वजनिक बसों में सफर को फ्री किया है। दिल्ली में कई महिलाएं ऑटो व टैक्सी चलाती हैं, उनका उत्साह बढ़ाने का काम किया जा रहा है, ताकि और महिलाएं सामने आएं और अपने पैरों पर खड़ी हों। अभी हमने करीब चार हजार इलेक्ट्रिक परमिट की घोषणा की थी। इसमें से 30 फीसद परमिट सिर्फ महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। आने वाले समय में और ज्यादा संख्या में महिलाओं को इलेक्ट्रिक ऑटो चलाते हुए देखा जा सकेगा। डीटीसी और क्लस्टर की बसों को बहुत कम महिलाएं चला रही हैं। हमारी सारी बसें लो-फ्लोर और पूरी तरह से ऑटोमैटिक हैं। पहले जो बसें थी, उनको चलाना थोड़ा मुश्किल हो सकता था, लेकिन आज की जो बसें हैं, वो चलाने में काफी आसान हैं। महिला चालकों को बढ़ावा देने के लिए हमने तय उंचाई को कम किया है। इसके अलावा भी कई और छूट दी है।

*दिल्ली महिला आयोग ने पिछले छह सालों में 1.23 लाख मामलों में कार्रवाई की- स्वाति मालीवाल*

इस दौरान दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि पिछले छह साल में दिल्ली महिला आयोग ने अदभुत काम किए हैं। हमने इन छह सालों में 1.23 लाख मामलों में कार्रवाई की है। 181 हेल्पलाइन टीम ने 15 लाख से अधिक काल को अटेंड किया है। हमारे से पहले जो दिल्ली महिला आयोग था, उसने आठ साल में सिर्फ एक केस की सुनवाई की थी। हमने दिल्ली सरकार की मदद से एक ऐसा सिस्टम बनाया है, जिसमें 181 हेल्पलाइन के पास अपनी 30 गाड़ियां और 100 से अधिक काउंसलर हैं। इस सिस्टम के चलने हमने कई हजार महिलाओं और बच्चों को तस्करों से मुक्त कराया है। इसके साथ हमने एक सेल बनाया है, जिसके तहत हमारे वकील हर उस कोर्ट हैं, जहां पर रेप के केस चल रहे हैं। पिछले 6 साल में हमने एक लाख से अधिक कोर्ट की सुनवाई में महिलाओं व बच्चों की मदद की है और 30 हजार से अधिक यौन उत्पीड़न के पीड़ितों की काउंसलिंग की है। जमीनी स्तर पर 80 से अधिक महिला पंचायतें चल रही हैं, जो जागरूकता का काम करती हैं। केंद्र और राज्य सरकार को हमने 300 से अधिक सुझाव भी दिए हैं। हमारा मकसद एक ऐसा सख्त सिस्टम बनाना है, जिसमें लोगों को किसी भी महिला के खिलाफ कुछ भी करते हुए डर लगे और हम शिद्दत से इसके लिए काम कर रहे हैं।

*सीएम अरविंद केजरीवाल ने इन महिलाओं को किया सम्मानित*

सम्मान समारोह के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने एसिड अटैक की शिकार यू-ट्यूबर रेशमा कुरैशी, नदी में डूब रही बच्ची की जान बचाने के दौरान जान गंवाने वाली अनुष्का के माता-पिता, मनोवैज्ञानिक लेफ्टिनेंट कर्नल मेहरौता शिखा, माउंटेनियर लेफ्टिनेंट कर्नल पूनम सांगवान, शूटर लेफ्टिनेंट कर्नल अनिला खत्री, 20-22 किमी साइकिल चलाकर काम करने जाने वाली जबलपुर की 89 वर्षीय शांति बाई यादव, दिल्ली में 43 सालों से ऑटो चलाने वाले 78 वर्षीय हरजिंद सिंह, यू-ट्यूबर प्रजक्ता कोहली, वालीबुड और फैशन के क्षेत्र में काम करने वाली और समाज सेवी अदिती गोवत्रिकर, किन्नरों के हितों के लिए काम कर रहीं गौरी सावंत, पति दीपक सिंह के शहीद होने के बाद सेना में भर्ती होकर देश सेवा कर रहीं रेखा देवी, हॉकी महिला टीम की सदस्य, घर छोड़कर जा रही एक बच्ची को माता-पिता तक पहुंचाने वाले सिविल डिफेंस मार्शल मानव ठाकुर, वैज्ञानिक भानुमति भारत व वैज्ञानिक डॉ. पीआर राधा देवी, बिक्रम साराभाई स्पेस सेंटर केरला डिप्टी डायरेक्टर अथुला देवी, कुनफून डांसर व मार्शल ऑर्ट में पारंगत महिलाएं, मेजर आइना राणा, पहली महिला कमांडिंग ऑफिसर वैशाली, कर्नल नवनीत दुग्गल, विंग कमांडर आशा ज्योर्तिमय, विंग कमांडर भावना मेहरा, नेवी की लेफ्टिनेंट कमांडर आंचल शर्मा, नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर प्रेरणा प्रवीण, नौसेना की कमांडर रिचा वर्मा, सर्जन व लेफ्टिनेंट कमांडर, आपरेशन मिलाप के तहत 71 गुमशुदा लोगों को परिवार वालों से मिलाने वाली हेड कांस्टेबल सीमा, कांस्टेबल पूरी डेमन, खोए हुए बच्चों को तलाशने वाली कांस्टेबल सुनिता, एएसआई प्रियंका, 130 लापता लोगों को बरामद करने वाली हेड कांस्टेबल ज्योति देवी, दिल्ली सरकार के बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम की मेघा, योगिता और रिया जैन समेत अन्य महिलाओं को सम्मानित किया।

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