सुनो दिल्लीवालों!! एमसीडी की महापौर ने कर दी है ये एक और बड़ी घोषणा…

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*राजन बाबू अस्पताल में अधिकारियों के लिए बनाई जा रही अत्याधुनिक इमारत में आम आदमी का होगा इलाज- डॉ शैली ओबरॉय*

*- दिल्ली की मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने विधायक दिलीप पांडे के साथ किया राजन बाबू टीबी अस्पताल का निरीक्षण*

*- एमसीडी की पिछली सरकार के गलत निर्णय को सुधारते हुए निर्माणाधीन इमारत को मरीजों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा- डॉ शैली ओबरॉय*

*- राजन बाबू अस्पताल मेडिकल कॉलेज खोलने की संभावनाओं पर किया जायेगा विचार- डॉ शैली ओबरॉय*

*नई दिल्ली, 19 मई, 2023*

मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने आम आदमी के हित में बड़ा फैसला किया है। राजन बाबू अस्पताल में अधिकारियों के लिए बनायी जा रही नई इमारत में मरीजों के लिए स्वास्थ्य सुविधा विकसित करने का फैसला किया है। मेयर ने कहा कि मरीजों के लिए अस्पताल में सुविधाएं नहीं हैं और अधिकारियों के लिए नई इमारत बनायी जा रही है। एमसीडी की पिछली सरकार के गलत निर्णय को सुधारते हुए निर्माणाधीन इमारत को मरीजों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने राजन बाबू अस्पताल का आज विधायक दिलीप पांडे के साथ निरीक्षण किया। यहां पर मरीजों से उनकी शिकायतें सुनीं और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मरीजों ने बताया कि सात-सात दिन तक बेडशीट नहीं बदली जाती है। इसके अलावा वार्ड में चूहे और कुत्ते घूमते रहते हैं। निरीक्षण के दौरान मेयर के संज्ञान में आया की अस्पताल में सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड की सुविधा मौजूद नहीं है। ऐसे में डॉ शैली ओबरॉय ने नाराजगी व्यक्त करते हुए जल्द ही यह सुविधा शुरू करने के निर्देश दिये।

मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने औचक निरीक्षण के दौरान निर्माणाधीन नए ब्लॉक का भी निरीक्षण किया। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि करीब साढ़े सात करोड़ रुपए में प्रशासनिक कार्यों के लिए इमारत बनायी जा रही है। इसके ऊपर नाराजगी जताते हुए मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा कि मरीजों के लिए अस्पताल में सुविधाएं नहीं हैं और अधिकारियों के लिए नई इमारत बनायी जा रही है। एमसीडी की पिछली सरकार का फैसला बेहद हैरानी भरा है। हम आम आदमी के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ऐसे में राजन बाबू अस्पताल में अधिकारियों के लिए बनाई जा रही अत्याधुनिक इमारत में आम आदमी का इलाज होगा। पिछली सरकार के गलत निर्णय को सुधारते हुए निर्माणाधीन इमारत को मरीजों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा न कि अधिकारियों के लिए। इसके लिए इमारत का सर्वे कराया जाएगा कि मरीजों को यहां कौनसी सुविधा दी जा सकती है। इसके आधार पर आईसीयू, ओपीडी या इमरजेंसी सुविधा शुरू करने का फैसला किया जाएगा।

*मरीजों के लिए बेसिक सुविधाएं उपलब्ध करवाना आवश्यक*

मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा यह दिल्ली का बड़ा अस्पताल है, जहां रोज़ाना लगभग 700-800 मरीज़ इलाज के लिए आते हैं। इसलिए अस्पताल को बेहतर बेसिक सुविधाएं उपलब्ध कराना आवश्यक है। इसके साथ ही उपलब्ध सुविधाओं को सुदृढ़ करने की भी  आवश्यकता है।

उन्होंने कहा की दिल्ली नगर निगम के अस्पतालों और डिस्पेंसरियों के उन्नयन के लिए प्राथमिक उपचार समिति का गठन किया गया है जो यह दर्शाता है की हम स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण हमारी प्राथमिकता है। राजन बाबू अस्पताल में नया मेडिकल कॉलेज शुरू करने की सम्भावनाओं पर भी विचार किया जायेगा।

*बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए युद्ध स्तर पर हो रहा काम*

दिल्ली की मेयर डॉ शैली दिल्ली के नागरिकों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं देने और जनस्वास्थ्य की आधारभूत संरचनाओं को मजबूत करने की दिशा में युद्धस्तर पर काम कर रही हैं। इस दिशा में कार्य करते हुए वे दिल्ली नगर निगम के अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर व्यवस्था का जायज़ा ले रही हैं। इससे पहले महापौर ने स्वामी दयानन्द, हिन्दु राव, कस्तूरबा अस्पताल, गिरधर लाल अस्पताल आदि का निरीक्षण कर चुकी हैं।

मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने कहा कि दिल्ली के सभी लोगों तक गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचने की दिशा में लगातार काम कर रही है। दिल्ली नगर निगम के स्वास्थ्य ढांचे को बेहतर बनाने के लिए अस्पतालों का कायाकल्प किया जा रहा है। उन्होंने कहा स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हमारी प्राथमिकता है और इसके लिए हम सकारात्मक कार्य कर रहे हैं।

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